ज्ञात रहे कि नाइजीरिया की सेना ने 13 दिसंबर 2015 को इस देश के कादूना प्रांत के ज़ारिया शहर में स्थित एक इमामबारगाह पर हमला किया था जिसमें शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था।
दसियों मुसलमानों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गत रात्रि को लंदन में नाइजीरिया के दूतावास के पास इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और इस देश के इस्लामी आंदोलन के नेता शैख़ ज़कज़की की तुरंत रिहाई की मांग की।
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्ले कार्ड उठा रखे थे और उन्होंने नाइजीरिया की सेना द्वारा इस देश के शीया मुसलमानों के खिलाफ अंजाम दिये जा रहे अपराधों की भर्त्सना की और शैख़ ज़कज़की की तुरंत रिहाई की मांग की।
ज्ञात रहे कि नाइजीरिया की सेना ने 13 दिसंबर 2015 को इस देश के कादूना प्रांत के ज़ारिया शहर में स्थित एक इमामबारगाह पर हमला किया था जिसमें शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था।
नाइजीरिया की सेना ने शैख़ ज़कज़की की गिरफ्तारी के दिन इमामबारगाह और उनके घर की ओर जो फायरिंग की थी उसमें सैकड़ों मुसलमान शहीद हो गये थे। शहीद होने वालों में शैख़ ज़कज़की के तीन बेटे भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि नाइजीरिया की उच्च अदालत दिसंबर 2016 में शैख़ ज़कज़की को तुरंत रिहा करने और इसी प्रकार इस देश की सेना और सुरक्षा तंत्र को उनके परिवार को डेढ़ लाख डालर हर्जाना देने का आदेश दे चुकी है परंतु इस देश की सेना ने आज तक शैख़ ज़कज़की को रिहा नहीं किया है और उन्हें अब भी जेल में बंद कर रखा है।