संसद में सरकार ने कहा कि उसके पास किसान आंदोलन के दौरान किसी भी किसान के मरने की जानकारी नहीं तो मुआवज़ा देने का सवाल ही नहीं, अब किसान संयुक्त मोर्चा ने सरकार को उन 702 किसानों की सूची भेजी है जो विवादित तीन कृषि कानून के खिलाफ एक साल से जारी आंदोलन के दौरान शहीद हुए.
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राजधानी दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की आज एक अहम बैठक सिंघू बॉर्डर पर जारी है. जिसमें आंदोलन के भविष्य के बारे में फैसले हो सकते हैं. बैठक में BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, बालवीर सिंह राजेवाल, अशोक धवले, शिवकुमार कका और जोगेंद सिंह उग्राहा शामिल हैं. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) समन्वय समिति के सदस्य डॉ. दर्शन पाल ने बताया कि कृषि सचिव को SKM ने 702 किसानों के नाम भेजे हैं, जिनकी जान आंदोलन के दरमियां चली गई.
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उधर, किसान नेता योगेंद्र यादव के मुताबिक, सभी 6 मांगे सरकार के सामने रखी गई थी. सरकार ने क्या प्रोग्रेस की है, मीटिंग में चर्चा होनी के बाद एकमत से फैसला लिया जाएगा. एक साथ सभी लोग आंदोलन में आये थे और एक साथ वापस जाएंगे. किसान नेता ने कहा कि सभी मांगे पूरी होने के बाद ही हम यहां से जाएंगे.
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