खराब स्वास्थ्य के चलते चुनावी रैली नहीं कर पा रही हैं सोनिया गांधी
नयी दिल्ली : आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार के वोटरों के लिए अपना संदेश प्रेषित किया है। इसमें उन्होंने बिहार के लोगों से मौजूदा नीतीश सरकार को घेरते हुए इस बार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मौका देने की अपील की है। अपने संदेश में सोनिया ने कहा कि बिहार में बदलाव का दौर आने वाला है। इस संदेश को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से भी जारी किया है। गौरतलब है कि सोनिया गाँधी का यह संदेश बिहार में पहले चरण के मतदान से ठीक 24 घटे पहले आया है।
सोनिया गाँधी ने अपने संदेश में कहा कि दिल्ली-बिहार में बंदी सरकारें हैं, नोटबंदी-तालाबंदी, व्यापारबंदी, आर्थिकबंदी, खेत खलिहान बंदी और रोटी-रोजगार बंदी, जिसका बदलाव जरुरी है। उन्होंने कहा कि, बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हटी। उनका कहना था कि, मजदूर, किसान और नौजवान आज ‘परेशान और निराश’ है। वहीं अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों पर भारी पड़ रही है।
धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट
सोनिया गांधी ने कहा कि, धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट है, दलित-महादलितों को बेहाली की कगार पर छोड़ा गया। समाज का पिछड़ा वर्ग अब इसी बदहाली का शिकार है, लेकिन बिहार की जनता की आवाज आज कांग्रेस-महागठबंधन के साथ है। उनका कहना था कि, बिहार के हाथों में तमाम गुण और ताकत है लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाई ने बिहार के लोगों के आंखों में आंसू और पैरों में छाले ला दिए हैं। जो शब्द जुबां से कहे नहीं जाते अब उन्हें आंसुओं से कहना पड़ रहा है।
नए बिहार का निमार्ण करने की अपील
सोनिया ने आगे कहा कि, भय, डर के आधार पर नीतियां नहीं बनाई जा सकती और अब सवाल बेरोजगारी, खेती बचाने, स्वास्थ्य और अच्छी शिक्षा का भी है। अंत में उन्होंने कहा कि, बिहार भारत का आइना है, ये भारत की शान और अभिमान भी है। दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं इसलिए बंदी सरकार के खिलाफ एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है। अब बदलाव की बयार है। बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वो महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निमार्ण करें|
खराब स्वास्थ्य के कारण चुनावी रैली नहीं कर पा रही हैं
गौरतलब है कि तबियत के खराब होने से इस बार सोनिया गांधी चुनाव प्रचार नहीं कर पा रही हैं। इस बार बिहार का मोर्चा कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी टीम के देखरेख में किया जा रहा है। इस बार कांग्रेस बिहार में 70 सीटों पर अपना भाग्य आजमा रही है और वह महागठबंधन का अभिन्न हिस्सा भी है।