रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
फ़िलिस्तीन अल-यौम न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, हिज़्बुल्लाह ने हमला करके जिस इस्राईली सैन्य वाहन को नष्ट किया है, उसे राफ़ायल कंपनी ने इस्राईली सेना के लिए बनाया था। हॉर्सपावर के छह लीटर इंजन से लैस है। इसका वज़्न आठ टन है और इसमें पांच गियर वाला ऑटोमैटिक गियरबॉक्स सिस्टम भी है। इस्राईली मीडिया के अनुसार, वोल्फ़ नामक इस वाहन में एक बाहरी कवच होता है जो चालक दल और पहियों की सुरक्षा करता है। यह कवच गाड़ी की बॉडी से अलग स्वतंत्र रूप से काम करता है और वाहन के सेवा से बाहर होने पर दूसरे वाहन पर लगाया जा सकता है।
विदेश – रिपोर्ट के मुताबिक़, वोल्फ़ एक ऐसा बख़्तरबंद सैन्य वाहन है, जो पहियों समेत हर तरफ़ से सुरक्षित होता है। इसके 6 गेट होते हैं, 4 गेट दोनों साइड में और 2 पीछे की ओर, ताकि सैनिक अपने हथियारों समेत तेज़ी से उसमें सवार हो सकें या उससे उतर सकें। इसी प्रकार, गाड़ी के भीतर से अच्छी तरह निगरानी की जा सकती है और अंदर रखे हुए हथियारों का आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस्राईली सेना ने इस वाहन को अच्छी तरह से टेस्ट करके और इसे विभिन्न मोर्चों पर इस्तेमाल करके रफ़ायल कंपनी को ऐसे 100 वाहनों का ऑर्डर दिया था।
इस्राईली सेना 2005 से वोल्फ़ का इस्तेमाल कर रही है और इसे मोर्चों पर विभिन्न कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
इसके पहियों के बीच में काफ़ी फ़ासला है, ताकि उबड़ खाबड़ जगहों पर भी यह आसानी से आगे बढ़ सके। इसका सुरक्षा कवच इसे बारूदी सुरंगों, गोलियों और रॉकेटों के हमलों से सुरक्षा प्रदान करता है।
इसके भीतर 12 लोगों के बैठने और दो घायलों को ले जाने की गुंजाइश है।
हिज़्बुल्लाह के कमांडोज़ ने रविवार को इस्राईली सेना के दो वाहनों पर हमला किया, जिसमें से एक वाहन भाग निकलने में सफल रहा, लेकिन दूसरा वाहन नष्ट हो गया और उसमें सवार सैनिक या तो मारे गए या घायल हो गए।
हिज़्बुल्लाह के हमले के बाद इस्राईली सेना के पूर्व प्रमुख यायीर गोलान ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह ने इस हमले का वादा किया था और उसे पूरा भी कर दिखाया।
हिज़्बुल्लाह ने अपने लक्ष्य को नष्ट करने के लिए “कॉर्नेट” गाइडेड मिसाइल का इस्तेमाल किया था।