बाराबंकी———-बाराबंकी जिले में अचानक 12 लोग काल का ग्रास बन गए जो कि बाराबंकी के कई गांवों ढिंढोरा, मुनिया पुरवा ,जस वारा ,रेवा रतनपुर ,थाल खुर्द आदि गांव के निवासी थे प्रधानपति गांव थाल खुर्द की माने तो यहां पर दो लोगों की मौत शराब पीने से हुई जोकि देवा के सलारपुर से पीने के बाद गांव आए थे योगी सरकार की सख्ती के बावजूद भी ऐसी दुकानों की जांच क्यों नहीं की जाती जो स्प्रिट आदि शराब के साथ बेच रहे हैं 12 परिवारों के घर उजड़ गए सूत्रों की माने तो यह सभी मजदूर थे जिनकी दिहाड़ी से परिवार का पालन पोषण होता था इतनी बड़ी घटना को भी प्रशासन दबाने में लगा है की मौत शराब से नहीं ठंड लगने से हुई आखिर एक साथ इतने लोगों की ठंड लगने से मौत कैसे हो गई उच्च अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी सूत्रों की मानें तो जिस दुकान से लोगों ने शराब पी थी उस पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं और उसका लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया था लेकिन कुछ माह बाद पुनः उसका लाइसेंस बहाल कर दिया गया लोगों के जीवन के साथ ऐसा खिलवाड़ बदस्तूर जारी है जांच के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही की जाती है अब आगे देखना है कि घटना के बाद प्रशासन इन दुकानों पर कड़ी कार्रवाई करता है या कुछ दिन बाद सब कुछ टाएं -टाएं फिश हो जाता है