बाराबंकी— ग्राम अमोली कला निवासी शिवानंद बाजपेई ने थाना रामनगर में 7 माह के पुत्र कुंचित की मौत के बाबत प्रार्थना पत्र पुलिस को देकर बताया है कि उसका पुत्र बीमार चल रहा था प्रार्थी के घर पर 7 मार्च को आशाबहू गीता मिश्रा आई और टीका लगाने के लिए कहने लगी प्रार्थी ने बताया कि उसका पुत्र बीमार है इसलिए टीका नहीं लगाया जा सकता परंतु आशाबहू डांटने लगे और कानूनी कार्यवाही की बात कहने लगी जिससे प्रार्थी डर गया और ANM मनोरमा के पास जाकर टीका लगवाया उसके बाद से प्रार्थी के पुत्र की तबीयत बहुत बिगड़ गई हमें आशंका है कि टीका लगाने में की गई लापरवाही से हमारे पुत्र की मृत्यु हुई है।
सीएचसी प्रभारी डॉ अवधेश मोर्य ने कहा——-
जैसे ही मुझे इस घटना की सूचना मिली मैं वहां पहुंचा तथा जानकारी ली टीके तो कयी और बच्चों को भी लगे थे यदि टीका वजह होता तो और बच्चे भी बीमार होते वहां पर मुझे पता चला कि कोई झगड़ा भी परिजनों और आशा बहू के बीच में व्यक्तिगत रूप से था सुबह जब आशा बहू परिजनों के घर गई तो आशा बहू ने कहा कि जो करना हो कर लीजिए इससे परिजन और आक्रोशित हो गए परिजनों का जो आरोप है टीका मौत की वजह नहीं है वजह कोई और ही है जिससे बच्चे की मौत हुई है टीकाकरण द्वारा लगवाए जा टीको से मौत की कोई संभावना नहीं होती।
वैसे तो पुलिस ने लाश का पंचनामा का पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया मौत से रहस्य का पर्दा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उठेगा कि आखिर 7 माह के बच्चे की मौत का कारण क्या था?