रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी
जेर्मी कोरबिन ने कहा कि लेबर पार्टी ब्रिटेन की वर्तमान सरकार की तरह सक्रिय ढंग से यमन युद्ध का समर्थन करेगी।
विदेश – ब्रिटेन की लेबर के नेता ने कहा है कि अगर वह चुनावों में विजयी हुए तो यमन युद्ध में प्रयोग होने वाले हथियारों की बिक्री सऊदी अरब को बंद करेंगे।
समाचार एजेन्सी रोयटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार जेर्मी कोरबिन ने रविवार को ब्रिटेन की लेबर पार्टी की विदेश नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी पार्टी यमन युद्ध में प्रयोग होने वाले हथियारों की सऊदी अरब के हाथों बिक्री को बंद करेगी और इस युद्ध को बंद कराने का प्रयास करेगी न यह कि ब्रिटेन की वर्तमान सरकार की तरह सक्रिय ढंग से इस युद्ध का समर्थन करेगी।
उन्होंने कहा कि 40 करोड़ पाउंड डिप्लोमेटिक संभावनाओं को अधिक करने और निर्यात होने वाले हथियारों पर निगरानी को अधिक करने पर खर्च करेंगे ताकि इस बात से संतोष हासिल हो जाये कि इन हथियारों का प्रयोग यमन और फ़िलिस्तीन जैसे क्षेत्रों में लड़ाई को अधिक करने के लिए नहीं किया जायेगा।
ब्रिटेन में संसद का मध्यावधि चुनाव 12 दिसंबर को होगा।
ज्ञात रहे कि 26 मार्च 2015 में सऊदी अरब ने अमेरिका और संयुक्त अरब इमारात सहित कुछ देशों के समर्थन से यमन के खिलाफ हमला आरंभ किया था जो अब तक जारी है।
सऊदी अरब के इस पाश्विक हमले में अब तक दसियों हज़ार यमनी हताहत व घायल हो चुके हैं जिनमें ध्यान योग्य संख्या बच्चों और महिलाओं की है।
इसी प्रकार सऊदी अरब ने यमन का कड़ा ज़मीनी, हवाई और समुद्री परिवेष्टन कर रखा है जिसके कारण यमनी जनता को खाद्य पदार्थों और दवाओं सहित विभिन्न ज़रूरी चीज़ों की भारी कमी का सामना है।
इस परिवेष्टन के कारण किसी भी यमनी को उपचार कराने के लिए विदेश जाने की अनुमति नहीं दी गयी जिसकी वजह से भी बहुत से यमनी अपनी जान से हाथ धो बैठे।
यही नहीं मानवाधिकारों की रक्षा का दम भरने वाले देश भी सऊदी अरब के अपराधों पर अर्थपूर्ण मौन धारण किये हुए हैं और उनके मौन समर्थन के कारण सउदी अरब यमनी जनता के जनसंहार में किसी प्रकार के संकोच से काम नहीं लेता है।
यही नहीं मानवाधिकारों की राग अलापने वाले देश कभी भी सऊदी अरब के अपराधों की भर्त्सना तक नहीं करते। यही नहीं मानवाधिकारों की राग अलापने वाले देश न केवल सउदी अरब के अपराधों की भर्त्सना नहीं करते बल्कि उसे आधुनिकतम हथियारों से लैस भी करते हैं और उन्हीं हथियारों से सउदी अरब यमनी जनता की हत्या करता है।
बहरहाल जब तक सऊदी अरब को अमेरिका जैसे वर्चस्ववादी व अहंकारी देश का समर्थन प्राप्त रहेगा तब तक यमनी जनता के खिलाफ होने वाले अपराधों के बंद होने की अपेक्षा नहीं की जा सकती।