28 C
Mumbai
Thursday, May 2, 2024

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

CJI संसद में बिना बहस कानून पास होने पर चिंतित

देश के चीफ जस्टिस एन वी रमना ने संसद में बहस के बिना सरकार द्वारा कानूनों को पारित कराये जाने पर गहरी चिंता जताई है. चिंता जताई है. सदन में होने वाली बहस की गुणवत्ता पर अफसोस जताते हुए उन्होंने कहा कि बिना उचित बहस के पारित कानून में स्पष्टता की कमी होती है. इसे लेकर मुकदमे दायर होते हैं.

निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें

जस्टिस रमना ने कहा कि कानून पास करने के दौरान हुई बहस के अभाव में जज भी ठीक से समझ नहीं पाते कि कानून बनाते समय संसद की भावना क्या थी. उन्होंने कहा पहले ऐसा नहीं होता था. सदन में गुणवत्तापूर्ण बहस होती थी. किसी भी कानून से जुड़े विवाद पर सुनवाई करते हुए जजों के लिए अहम होता है कि वह सदन की मंशा को समझ सकें. ऐसा न होने से काम कर पाना अधिक कठिन हो जाता है.

अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

CJI ने वकील समुदाय का आह्वान किया कि वह खुद को सिर्फ वकालत तक सीमित न रखे. राजनीतिक रूप से सक्रिय होकर सदन तक पहुंचने की कोशिश करें. जस्टिस रमना ने कहा कि कानून के जानकारों की उपस्थिति से संसद में बेहतर बहस होगी. लोगों के लिए बेहतर और स्पष्ट कानून बन सकेंगे.

‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

Latest news

ना ही पक्ष ना ही विपक्ष, जनता के सवाल सबके समक्ष

spot_img
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Translate »