पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में पतंजलि के औद्योगिक विस्तार की योजनाओं पर चर्चा की। पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क को बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है। इस पार्क में डेयरी प्लांट और औद्योगिक प्रमोशन हब स्थापित किया जाएगा, जिससे व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस औद्योगिक पार्क में 1,600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नया आयाम देगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘इन्वेस्ट यूपी’ मिशन के अनुरूप है। इस परियोजना के पूरे कार्यशील होने पर 3,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा।
पार्क में छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों (एसएमईएस) को सब-लीज के माध्यम से औद्योगिक स्पेस उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल से एफएमसीजी, आयुर्वेद, डेयरी और हर्बल उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा और क्षेत्रीय आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
यीडा अधिकारियों के साथ रणनीतिक चर्चा
आचार्य बालकृष्ण ने वाईईआईडीए कार्यालय में सीईओ अरुणवीर सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान, सीईओ ने वाईईआईडीए क्षेत्र में हो रहे औद्योगिक विकास को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया और कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं का समर्थन, बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और निवेश को बढ़ावा देना वाईईआईडीए की प्राथमिकता है।
यीडा के औद्योगिक विकास को मिलेगा नया आयाम
इस परियोजना से वाईईआईडीए को उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। यह क्षेत्र मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक कंपनियों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनेगा, जिससे आत्मनिर्भर और समृद्ध भविष्य की नींव रखी जाएगी।