सीरिया की राजधानी दमिश्क के एक उपनगर जरामाना में मंगलवार को ड्रूज समुदाय के स्थानीय बंदूकधारियों और सरकार समर्थक लड़ाकों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए। यह झड़प एक सोशल मीडिया ऑडियो क्लिप के चलते शुरू हुई, जिसमें एक व्यक्ति ने इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद को लेकर बयानबाजी की गई। इस ऑडियो को एक ड्रूज़ मौलवी से जोड़ा गया, लेकिन मौलवी ने इस आरोप से इंकार किया।
बढ़ते विवाद को देख ड्रूज़ मौलवी मारवान किवान ने एक वीडियो जारी कर अपना स्पष्टीकरण दिया। किवान ने कहा कि वह उस ऑडियो के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा और जिसने भी यह ऑडियो बनाया है, वह सीरियाई समाज में संघर्ष को भड़काना चाहता है।
हालांकि सीरियाई आंतरिक मंत्रालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और बयान जारी कर बताया कि शुरुआती जांच में यह पाया गया कि मौलवी इस ऑडियो के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। साथ ही मंत्रालय ने लोगों से कानून का पालन करने और सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी कृत्य से बचने की अपील की।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, इस झड़प में चार लोग मारे गए, जबकि एक्टिविस्ट मीडिया समूह सुवेदा 24 के अनुसार, पांच लोग मारे गए और 12 घायल हुए हैं। गौरतलब है कि ऐसी झड़पें हाल के दिनों में सीरिया के ड्रूज समुदाय और सरकारी बलों के बीच बढ़ते तनाव का हिस्सा हैं। जहां बीते एक मार्च को इस्राइल ने भी जरामाना की सुरक्षा के लिए अपनी सेना को तैयार रहने का आदेश दिया था, क्योंकि यह इलाका सीरियाई बलों के हमलों का शिकार हो सकता था।