रिपोर्ट- विपिन निगम
- पैदल चलकर अपने घर जा रहे लोगों से सीएम ने अपील, ऐसा न करें
- यूपी के नागरिकों को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जाए। पूरा खर्चा उठाएगी यूपी सरकार ।
- यूपी के बाहरी राज्यों में फसे लोगो की मदद के लिए 12 राज्यों में नोडल अधिकारी तैनात
न्यूज डेस्क (यूपी) लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश के जो लोग यूपी के बाहरी राज्यों में हैं, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनकी मदद के लिए 12 राज्यों में नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। इसमें शामिल आईएएस व आईपीएस अधिकारियों की टीम 24 घंटे उनकी हर सुविधा के लिए कार्य करेंगी।सीएम ने महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। उनसे स्पष्ट कहा कि यूपी के नागरिकों को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जाए। पूरा खर्चा यूपी सरकार उठाएगी। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार हर प्रकार की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। सभी राज्य सरकारें भी पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही हैं।
इन राज्यों में नोडल अफसर
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, गुजरात, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और दिल्ली।
जो जहां हैं, वहीं रुके, हर सुविधा देंगे
पैदल चलकर अपने गंतव्य तक जा रहे लोगों से सीएम ने अपील की है कि वे ऐसा न करें। वे जहां हैं, वहीं रहें। इसी में उनके व उनके परिवार के साथ सभी की भलाई है। केंद्र सरकार के साथ हमारी सरकार सभी की सुविधा के लिए वचनबद्ध है।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर उनके राज्य में यूपी के रहने वाले लोगों को वहीं पर ठहरने तथा भोजन आदि की व्यवस्था कराने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में लोगों के आवागमन से केंद्र सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन का उल्लंघन होगा तथा कोविड-19 के संक्रमण फैलने की संभावना और अधिक हो जाएगी।
उन्होंने मुख्य सचिवों से उनके राज्य में यूपी के निवासियों के ठहरने तथा भोजन आदि की व्यवस्था की सूचना लिखित रूप में उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। दूसरे राज्यों में विभिन्न फैक्टरी, मिल व प्रतिष्ठानों में कार्यरत यूपी के लोगों से उनके घर न खाली करवाने का भी अनुरोध किया है।
बता दें कि 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोग सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने प्रदेशों को लौट रहे हैं। उन्हें कोई असुविधा न हो इसे लेकर सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।