रिपोर्ट-विपिन निगम
कन्नौज : यूपी के जनपद कन्नौज में भूमिगत केबल डालने में कंपनी ने गोलमाल करने का मामला सामने आया है । आए दिन घटिया केबलें दगा दे जातीं हैं, जिससे लोगों को बिजली कटौती से जूझना पड़ता है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद कार्यदायी संस्था पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है और इसकी जांच के लिए सरकार की संस्था एरडा को नामित किया गया है।
शहर में एलटी केबल समेत 33 केवी केबल भूमिगत डाली गई है। कार्यदायी संस्था ने घटिया किस्म की केबल डाल दी, जिससे आए दिन फाल्ट होते हैं और लोगों को कटौती से जूझना पड़ता है। दैनिक जागरण ने 24 जुलाई के अंक में घटिया केबिलों का मुद्दा उठाया था। इस खबर का असर यह हुआ कि अधिशासी अभियंता ने केबलों की जांच के लिए विद्युत अनुसंधान एवं विकास प्राधिकरण (एरडा) को पत्र लिखा है। यह सरकारी संस्था विद्युत विभाग में होने वाले कार्याें की जांच करती है। अधिशासी अभियंता शादाब अहमद ने बताया कि शहर में 7500 मीटर एलटी केबल डाली गई है, जिसका काम लगभग पूरा हो गया है। वहीं 11 केवी केबल का काम 60 फीसद ही पूरा हुआ है। 33 केवी केबल 132 केवी उपकेंद्र से मानपुर उपकेंद्र तक डाली गई है। अब बहादुरपुर उजैना उपकेंद्र तक प्रस्तावित है, लेकिन एरडा जांच पूरी होने तक कंपनी का भुगतान रोक दिया गया है।
जेसीबी से फट जाती केबल
अधिशासी अभियंता ने बताया कि शहर में कभी ओएफसी डाली जाती है तो कभी जलनिगम की पाइप लाइनें। खोदाई के दौरान जेसीबी से अक्सर केबिल कट जाती है और जैसे ही कोटिग के अंदर नमी पहुंचती है, तो उसमें फाल्ट हो जाता है। भूमिगत होने के कारण फाल्ट खोजने में भी कर्मचारियों को दिक्कत होती है।