शीतगृह से खाली निकलता ट्रैक्टर। – फोटो
कन्नौज (यूपी) शीतगृहाें से आलू निकासी की समय सीमा शनिवार को खत्म हो गई। अभी भी करीब छह फीसदी आलू शीतगृहाें में बचा है। किसान और शीतगृह मालिक दोनों चुप्पी साधे हैं। वहीं शासन के आदेश के तहत डीएम ने अभियान चलाकर शीतगृहाें को खाली कराने के लिए टीमें बना दी हैं।डीएम राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि शीतगृहाें में अब सिर्फ छह फीसदी आलू बचा है। शीतगृह खाली करवाने के आदेश पर एक नवंबर से टीमें अपने-अपने क्षेत्रों के शीतगृहाें की निगरानी करेंगी। इसकी जिम्मेदारी सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि अधिकारी, डीडी कृषि समेत अफसरों को दी गई है। इससे कि एक दो दिन में शीतगृह खाली हो सकें। इस आदेश का सख्ती से पालन करवाया जाएगा।
तखपट्टी किसान की, आलू व्यापारी का
विभागीय सूत्रों का कहना है कि कई शीतगृहाें में आलू डंप है। यह ज्यादातर व्यापारियों का है। उन्होंने आलू के दाम अच्छे मिलने पर किसान से खरीद लिया। तखपट्टी अपने पास रख ली। लिखापढ़ी में यह आलू किसान का है। हकीकत में व्यापारी मोटा लाभ लेने के चक्कर में कोल्ड स्टोरेज से आलू नहीं निकाल रहे हैं।