लखनऊ – लखनऊ पुलिस ने इलाहाबाद के दो युवकों को लखनऊ में सुबह गिरफ्तार किया, एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक़ छह लोग का नाम इस फर्ज़ीवाड़े में आया था, दो लोगो को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है,जबकि एक नैनी जेल में है, फरार तीन अभियुक्त में से दो प्रयागकुंज अपार्टमेंट स्टेट जी टी रोड इलाहाबाद निवासी आलोक मिश्र एवं जॉर्ज टाउन एम जी रोड निवासी गौरव उपाध्याय को सर्विलांस के मध्यम से गोमतीनगर में लोहिया पार्क चौराहे से पकड़ा गया, दोनो अभियुक्त मुम्बई भाग गए थे, जब लखनऊ पुलिस ने मुम्बई में छापेमारी की तो दोनों भाग निकले, अन्तः लखनऊ में शानिवार सुबह पकड़े गए,
एसएसपी ने बताया पकड़े गए आरोपियों ने कुम्भ मेले के नाम पे 2727 करोड़ के फर्जी टेंडर निकले थे, इसमे चादर और कबल की सप्लाई के नाम पे दिल्ली के गिरधारी टेंट हाउस से दो करोड़ लिए,90 करोड़ की डॉक्यूमेंट्री के नाम पे 25 लाख एकाउंट में, 10 लाख हवाला के ज़रिये के मुम्बई फ़िल्म निर्माता से ठेका दिलाने के नाम पे लिये गए,इसके अलावा राखी नामक महिला से भी 10 लाख डॉक्यूमेंट्री के नाम पे लिए है।
मुख्य आरोपी मनोज तिवारी जेल में बंद है , बसपा का जोनल कोऑर्डिनेटर रह चुका है,आरोपी को नैनी जेल से कौशाबी जेल में ट्रासंफर कर दिया गया है, इस फर्ज़ीवाड़े के आरोपी प्रतापगढ़ निवासी मनोज तिवारी, राजेन्द्र कुमार पांडेय, अनुज त्रिपाठी , इलाहाबाद निवासी गौरव उपाध्याय, आलोक मिश्र की गिरफ्तारी हो चुकी है, एक आरोपी उमाशकर फरार है, एसएसपी लखनऊ ने कुम्भ मेले के नाम पे ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करने वाली टीम को 10 हज़ार रुपया देने की घोषणा की,एवम सीओ गोमतीनगर को प्रशस्ति पत्र देने का ऐलान किया।