धोखेबाज़ी का आरोप अमेरीका पर, अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों के निकलने के बाद अफगानिस्तान पर तालिबान का क़ब्ज़ा हो गया है, राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी देश छोड़कर भाग गए हैं, इस बीच लोग इसे अमरीका की बड़ी हार क़रार दे रहे हैं, जिसने 2001 में तालिबान को ख़त्म करने के दावे के साथ अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया था।
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सोमवार को व्हाइट हाउस के बाहर अफ़ग़ानी नागरिकों ने प्रदर्शन किया और बाइडन प्रशासन के ख़िलाफ़ नारे लगाए। प्रदर्शकारियों का कहना था कि अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति के लिए बाइडन प्रशासन ज़िम्मेदार है।
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रविवार को तालिबान लड़ाके राजधानी काबुल में प्रवेश कर गए और उन्होंने राष्ट्रपति भवन पर क़ब्ज़ा कर लिया। तालिबान का का कहना है कि वे ख़ून-ख़राबा नहीं चाहते, इसलिए सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण होना चाहिए।
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काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जाम लगा हुआ है, और सैकड़ों लोग देश से निकलने के लिए उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं।