1–कच्ची दीवार गिरने से घायल वृद्ध की भी हुई मौत|
बाराबंकी— मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत छंगेपुर मजरे ढकवा गांव में तीन दिन पूर्व प्रधानमंत्री आवास बनाने के दौरान कच्ची दीवार गिरने से गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गयी बतादे की इसी दीवार के गिरने से पूर्व मे एक महिला की मौत हो चुकी है65 वर्षीय बुजुर्ग सुकई दीवार बनाते समय कच्ची दीवार गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गये थे जिनका जिला अस्पताल में चल ईलाज चल रहा था पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है
2–दो दिनो से चकमा दे रही डाल्फिन आखिरकार पकड़ी गयी|
बाराबंकी — आखिरकार डाल्फिन पकड़ मे आ ही गयी बतादे की दूसरे दिन बाराबंकी जनपद के तहसील फतेहपुर में स्थित शारदा नहर में ( स्तनधारी जीव) डाल्फिन देखी गई दूसरे दिन भी अधिकारियों की पकड़ से दूर देखी गई,वहीं नहर पर डाल्फिन को देखने के लिए दूर दराज के लोगो का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है, वहीं अधिकारी डाल्फिन को पकड़ने के लिए जुटे रहे वहीं मौजूद अधिकारी डाल्फिन को जल्द ही पकड़ में आने की सम्भावना जता रहे थे बताते चलें बीते शुक्रवार सुबह ग्रामीणो द्वारा तहसील क्षेत्र में स्थित दरियाबाद समानान्तर नहर के पानी में डाल्फिन मछली देखे जाने की सूचना मौजूद ग्रामीणो ने वन विभाग अधिकारियों को दी थी सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग टीम व लखनऊ से पीआरएस वाइलर्ड लाईफ टीम आज दूसरे दिन भी फतेहपुर शारदा नहर के कटघरा पुल के पास देखी गई, जहॉ अधिकारियों की टीम डॉल्फिन को पकड़ने के प्रयास में जुट गयी लेकिन डॉल्फिन अधिकारियों की टीम को चखमा देकर पानी में डूबकी लगाकर करीब 300 मीटर दूर निकल जाती थी जिससे अधिकारियों की टीम के डॉल्फिन को पकड़ने में पैर फूलते दिखाई पड़ रहे थे वहीं डॉल्फिन को देखने के लिए आप पास समेत राहगीरों व दूर दराज के लोगो का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है, जिसके बाद भी डॉल्फिन नहर के करीब 20 किलो मीटर तक भ्रमण करती नजर आ रही थी हालाकि नहर में पानी के बहाव को कम कर दिया गया और अधिकारियों की टीम डॉल्फिन को पकड़ने के प्रयास में जुटी रही वहीं मौके पर एक एनजीओ प्रबंधक डॉल्फिन के जानकार शैलेंद्र सिंह और उनकी टीम पकड़ने का प्रयास करते रहे एस डी ओ बाराबंकी एस के तिवारी,फतेहपुर रेंजर रमेश चंद्र भट्ट,जावेद अंसारी ,रामनगर रेंजर सुबोध सिंह मौके पर रहे और आखिरकार प्रयास सफल रहा दो दिनो से चकमा दे रही डाल्फिन पकड़ी गयी|
3–अधूरे मन से कोई कार्य नही करना चाहिए –डॉ ओ0पी0सिंह|
बाराबंकी—राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के बौद्धक सत्र मे डॉक्टर आर पी चंद ने कहा कि एक चना भाड़ नहीं फोड़ सकता लेकिन एक चना सौ चना पैदा कर सकता है इसलिए अपनी क्षमता को विकसित करने का प्रयास करना चाहिए उन्होंने स्वयंसेवकों को जागरुक करते हुए कहा कि आप लोग तो युवा हैं आप लोगो के माता पिता वृद्ध होंगे आप अपने अपने माता पिता की बात माने उनके बताए रास्ते पर चलेंगे तो आपका कल्याण ही होगा उन्होंने स्वयंसेवकों को सीख देते हुए कहा कि काम इतना ही करना चाहिए जितनी क्षमता हो और आप लोगों की क्षमता अनन्त है बस विकसित करने की आवश्यकता है आधुनिक काल में संपन्नता तो बड़ी है लेकिन समरसता धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है और सामाजिक ढांचा भी धीरे धीरे तितर-बितर होने लगा है जिससे अनुशासन भी खत्म होने लगा हैऔर आज की परिस्थिति मे पिता-पुत्र में भी अनुशासन नहीं रह गया है आज हम विषम परिस्थितियों में जूझ रहे हैं इस कारण हमारा दायित्व है कि हम इन विषम परिस्थितियों को खत्म करें उन्होंने एक पंक्ति कही हम होंगे कामयाब एक दिन मन में है विश्वास पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब एक दिन मन में विश्वास और लगन हो तो लक्ष जरूर मिलता है डॉ चंद ने समाज में फैली कुरीतियों वन विनाश लकड़ी के धुँए फ्रिज एसी से निकली गैस आदि से हो रहे पर्यावरण के नुकसान के बारे में भी स्वयंसेवकों को बताया राष्ट्रीय सेवा योजना के संरक्षक व रामनगर पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज के प्राचार्य डॉ ओपी सिंह कहा कि अधूरे मन से कोई भी पाठ्यक्रम या कार्यक्रम जो भी हो नहीं करना चाहिए यह कार्य पूरे मन से ही करना चाहिए उन्होंने विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि विवेकानंद ने कहा था कि केवल 100 लोग मुझे मिल जाए तो मै पूरे भारत की तकदीर व तस्वीर बदल दूँगा लेकिन जो उनका मानक था इतने लोग नही मिल पाये उन्होने कहा कि कोई काम भीड़ से नही होता इस पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी एक गाथा भी सुनायी |