प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कांडला पोर्ट का नाम बदलकर दीन दयाल पोर्ट किए जाने को अपनी कार्येतर मंजूरी कर दी है।
भारत में बन्दरगाहों के नाम प्राय: उन शहरों अथवा कस्बों के नाम पर रखे जाते थे, जहां पर ये स्थिति हैं। तथापि, सरकार ने विशेष मामलों में पर्याप्त रूप से विचार करने के उपरान्त अतीत में बन्दरगाहों के नाम बदलकर महान नेताओं के नाम पर रखा है।
कांडला पोर्ट का नाम ‘दीनदयाल पोर्ट कांडला’ किए जाने से राष्ट्र के इस महानतम सपूत पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा किए गए अमूल्य योगदान को याद करते हुए कृतज्ञता प्रकट करेगा। इससे गुजरात के लोग, विशेषकर युवाजन को प्रेरणा हासिल होगी, जो महान नेताओं द्वारा किए गए योगदान से भली-भांति परिचित नहीं होते।