29 C
Mumbai
Friday, May 3, 2024

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

राहुल की पहल का ये है असर, ममता के बाद मोदी, प्रधानमंत्री और दूसरे बड़े नेताओं की किसी भी बड़ी चुनावी रैली का आयोजन नहीं, ‘श्रमिक उत्थान’ ने उठाया था सवाल

नई दिल्ली: राहुल की पहल का यह असर है कि पहले ममता फिर मोदी, भाजपा ने भी अब फैसला किया है कि पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री और दूसरे बड़े नेताओं की किसी भी बड़ी चुनावी रैली का आयोजन नहीं होगा।

निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें

श्रमिक उत्थान’ व ‘मानवाधिकार अभिव्यक्ति’ ने उठाया था सवाल
दरअसल जिस तरह कोरोना के मामले आ रहे उसको देखते हुए राजनितिक दलों और नेताओं पर चुनावी प्रचार में जुटाई जा रही भीड़ पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। राहुल गाँधी ने इस बारे में पहल करते हुए पश्चिम बंगाल में अपनी चुनावी रैलियों का कार्यक्रम रद्द कर दिया और दूसरे राजनीतिक दलों से भी ऐसा करने को कहा जिसके बाद ममता बनर्जी ने भी कोलकाता में चुनाव प्रचार न करने और राज्य के दूसरे ज़िलों में भी रैलियों के समय में कटौती की घोषणा की।

अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

अब भारतीय जाता पार्टी ने भी इस बारे में क़दम उठाया है और फैसला किया है कि पश्चिम बंगाल में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयोजित होने वाली किसी भी रैली में 500 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे।”

‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

राहुल की पहल का ये है असर, अब सिर्फ 500 लोग
भाजपा ने जारी किए अपने आदेश में कहा, “कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि केवल 500 से अधिक लोगों के साथ छोटी सार्वजनिक बैठकें पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों द्वारा की जाएंगी। ये सभी सार्वजनिक बैठकें कोरोना के दिशानिर्देशों के साथ खुली जगहों पर आयोजित की जाएंगी।”

Latest news

ना ही पक्ष ना ही विपक्ष, जनता के सवाल सबके समक्ष

spot_img
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Translate »