33 C
Mumbai
Sunday, May 5, 2024

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

शिवसेना: पेगासस के प्रभाव का परिणाम, ऑक्सीजन की कमी से मौतें न होने वाला बयान

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक नए राष्ट्रीय विवाद को हवा दी जब उसने संसद में कहा कि देश में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई है। सरकार ने राज्यसभा को बताया कि किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने विशेष रूप से दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण एक भी मौत की सूचना नहीं दी है। हालांकि, सरकार ने स्वीकार किया कि मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि उन महीनों के दौरान देखी गई जब कोरोना वायरस महामारी ने तबाही मचा रही थी।

निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें

सरकार के इस बयान पर लोगों ने हैरानी जताई है। अब कई राज्य सरकारों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि वह केंद्र के बयान को सुनने के बाद अवाक थे और उन्होंने कहा कि जिन लोगों के रिश्तेदारों की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु हो गई, उन्हें केंद्र सरकार को अदालत में ले जाना चाहिए। राउत ने कहा, ‘ मैं अवाक हूं। ऑक्सीजन की कमी से अपनों को खोने वालों का इस बयान को सुनकर क्या हुआ होगा? सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। वे झूठ बोल रहे हैं। केंद्र सरकार सच्चाई से भाग रही है। ऐसा लगता है कि यह पेगासस (इजरायल स्पाइवेयर) का प्रभाव है।

अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

वहीँ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने झूठ कहा और यह दावा करके अपनी गलतियों को छिपाने की कोशिश की कि देश में दूसरी लहर के दौरान कोई ऑक्सीजन संकट नहीं था। केंद्र दूसरी कोविड लहर के दौरान ऑक्सीजन प्रबंधन पर ‘अपनी गलती छिपाने’ की कोशिश कर रहा है। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र की नीति आपदा का कारण बनी। आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार के पैनल को अनुमति मिलती है, तो दूसरी कोविड लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट के कारण कथित तौर पर हुई मौतों के सभी मामलों की जांच की जाएगी और रिपोर्ट की जाएगी।

‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह कहना पूरी तरह से गलत है कि ऑक्सीजन संकट के कारण किसी की मौत नहीं हुई। जैन ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण दिल्ली सहित देश में कई लोगों की मौत हुई है। वे (केंद्र) जल्द ही कहेंगे कि कोविड 19 नहीं था। अगर ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई तो अस्पताल कमी के लिए हाईकोर्ट क्यों जा रहे थे? यह पूरी तरह से झूठ है।

कांग्रेस शासित राजस्थान ने भी माना कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी थी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि उन महीनों के दौरान राज्य को आवश्यक ऑक्सीजन कोटा नहीं मिला था। ऑक्सीजन की कमी हो गई है। सीएम ने कमी के दौरान ऑक्सीजन की एक विशिष्ट मात्रा की मांग करने के लिए तीन मंत्रियों को दिल्ली भेजा। हमें 600 मीट्रिक टन की आवश्यकता थी लेकिन हमें अभी 400 मीट्रिक टन प्राप्त हुआ। हमारा प्रबंधन अच्छा था इसलिए हमने बड़ी दुर्घटनाएं टाल दीं।

Latest news

ना ही पक्ष ना ही विपक्ष, जनता के सवाल सबके समक्ष

spot_img
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Translate »