29 C
Mumbai
Sunday, May 5, 2024

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

सऊदी अरब की यमन में यूएई के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा

यमन संकट को लेकर दिन प्रतिदिन सऊदी अरब और संयुक्त अरब इमारात के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है और मतभेद गहरे होते जा रहे हैं।

रियाज़ ने अचानक ही दक्षिणी यमन में संयुक्त अरब इमारात समर्थित ट्रांज़िशनल काउंसिल के ख़िलाफ़ एक बयान जारी कर दिया है।

निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें

इस बयान में ट्रांज़िशनल काउंसिल को सैन्य और राजनीतिक गतिरोध के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया है।

वास्तव में यह बयान सऊदी समर्थित गुटों के लिए यमन में यूएई के हितों पर हमलों के लिए हरी झंडी की तरह से है। सऊदी समर्थन प्राप्त गुटों ने भी इस सिगनल के तुरंत बाद ट्रांज़िशनल काउंसिल के निंयत्रण वाले एक शहर पर हमला करके उस पर क़ब्ज़ा कर लिया।

अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

टीकाकारों का मानना है कि यमन में सऊदी और इमाराती हितों का टकराव अब उस चरण में पहुंच गया है कि रियाज़ ने अबू-धाबी के ख़िलाफ़ एक प्रकार से खुली लड़ाई का एलान कर दिया है।

हालिया दिनों में दोनों देशों के बीच कुछ ऐसे घटनाक्रम घटे हैं, जिनसे इस टकराव की पुष्टि होती है। रियाज़ ने यूएई से आने-जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। दूसरे सऊदी अरब और रूस ने अगस्त से दिसम्बर तक तेल उत्पादन में 20 लाख बैरल तेल की वृद्धि का फ़ैसला किया है, जिसका अबू-धाबी ने जमकर विरोध किया है।

‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

रियाज़ अपने पहले क़दम से अबू-धाबी को आर्थिक झटका देना चाहता है, क्योंकि यूएई क्षेत्र में ट्रांज़िट का केन्द्र माना जाता है। दूसरे क़दम से दोनों घटक देशों के बीच मतभेदों के गहरा होने का पता चलता है।

दोनों देशों के बीच टकराव को अधिक बढ़ने से रोकने के लिए शनिवार को कुवैत ने कमर कसी है, लेकिन देखना यह है कि हितों के टकराव और अबू-धाबी द्वारा दूसरे देशों के इलाक़ों पर क़ब्ज़े की भूख के सामने कुवैत की बात किस हद तक सुनी जाती है।

Latest news

ना ही पक्ष ना ही विपक्ष, जनता के सवाल सबके समक्ष

spot_img
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Translate »