रिपोर्ट – सौ. रापाज न्यूज
भोपाल / रापाज न्यूज के मुताबिक –
रविवार से यह खबर सुर्खियों में है कि, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री निज सचिव, सलाहकार और भांजे के साथ-साथ निज सचिव से जुड़े कुछ लोगों के यहां दिल्ली से निकली आयकर विभाग की टीमों ने छापेमारी कर करोड़ों रुपए का कालाधन बरामद किया है। खबरों के मुताबिक आईटी के 300 से 500 अधिकारियों की टीम ने एक साथ दिल्ली, भोपाल, इंदौर और गोवा में करीबन 50 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें 9 करोड़ से ज्यादा की काली रकम और बेनामी सम्पत्ति बरामद हुई है।
मालूम हो कि, आईटी के इस छापे में सीएम कमलनाथ के निज सचिव प्रवीण कक्कड़, सलाहकार आरके मिगलानी, भांजे रातुल पुरी और कक्कड़ के करीबी कहे जाने वाले व्यवसाई प्रतीक जोशी व अश्विन शर्मा के घरों व दफ्तरों को निशाना बनाया गया था। दिल्ली से इन स्थानों पर पहुंचे आईटी अफसरों ने विभाग के स्थानीय अफसरों को भनक भी न लगने दी थी।
पता चला है कि, दिल्ली की टीमें सरकारी वाहनों के बजाय ट्रेवल्स कम्पनी के वाहनों से पर्यटकों के रूप में छापामारी करने पहुंची थी। यही नहीं सुरक्षा के लिए स्थीनीय पुलिस के बजाय सीआरपीएफ को साथ रखा था। मध्यप्रदेश में तो पुलिस और सीआरपीएफ के बीच इस मुद्दे पर बहस होने की जानकारी भी सामने आई थी।
लेकिन अब जो जानकारी इस मामले में आई है, वह हैैरान कर देने वाली है। ताजा खबरों के मुताबिक, आईटी अधिकारियों ने साफ कहा है कि जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई उनमें केवल अश्विनी शर्मी के यहां से ही 10,33,22,200 रुपए बरामद हुए, और किसी के यहां से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।
मालूम हो कि अश्विन शर्मा राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी कक्कड़ (वर्तमान में सीएम के निज सचिव) से जरूर जुड़ा है लेकिन न तो कांग्रेस या कांग्रेस के किसी नेता अथवा स्वयं सीएम कमलनाथ से कोई सरोकार है और न वह कांग्रेस कार्यकर्ता ही है। वह भाजपा से जुड़ा है, ऐसा उसने खुद भी रविवार को ही मीडिया के सामने कहा है।
खबरों के मुताबिक आईटी ने अश्विन और प्रतीक का 4100 करोड़ के हवाला माफिया से कनैक्शन जुड़ा होना पाया था, उसी के आधार पर यह छापामारी की गई।