प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (TTP) के मुखिया ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान सरकार के साथ सीजफायर समझौता करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि बीते साल जून में टीटीपी और पाकिस्तान सरकार के बीच सीजफायर समझौता हुआ था। हालांकि टीटीपी ने नवंबर में ही सीजफायर समझौता तोड़ दिया। जिसके बाद टीटीपी ने पाकिस्तान में आतंकी हमले तेज कर दिए हैं।
टीटीपी के मुखिया मुफ्ती नूर वली महसूद ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। जिसमें उसने कहा कि हमने अफगानिस्तान की मध्यस्थता में पाकिस्तान के साथ बातचीत की थी। हम अभी भी सीजफायर समझौते पर बातचीत के लिए तैयार हैं। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, महसूद ने वीडियो संदेश में ये भी कहा कि अगर पाकिस्तान के धर्मगुरुओं को लगता है कि उनके संगठन के जिहाद की राह गलत है तो वह उनसे सलाह लेने के लिए भी तैयार हैं।
टीटीपी चीफ ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि हमने जो जिहाद छेड़ा है, उसमें कोई समस्या है या हमारी राह गलत है तो हम अपील करते हैं कि वे हमें सलाह दें। हम हमेशा खुशी-खुशी उनकी बातें सुनने के लिए तैयार हैं। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा के साथ भी संबंध हैं। टीटीपी ने उनके खिलाफ कड़े कदम उठाने पर पाकिस्तान के प्रमुख राजनेताओं को निशाना बनाने की भी धमकी दी है।
शनिवार को ही पाकिस्तान पुलिस ने पंजाब प्रांत से टीटीपी के 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। हाल के समय में पाकिस्तान में हिंसा की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। जिसके बाद उत्तर पश्चिमी वजीरिस्तान के वाना शहर में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे थे। लोगों की मांग थी कि देश में कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाला जाए, वरना लोग खुद हथियार उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। खासकर खैबर पख्तूनवा और ब्लूचिस्तान में आतंतकी घटनाएं बढ़ी हैं। जिनके पीछे भी टीटीपी का हाथ माना जा रहा है।