इस्राइल ने रविवार को गाजा में हमलों की एक नई लहर की शुरुआत की, जिसमें उसने एक अस्पताल और कई अन्य स्थानों को निशाना बनाया। इन हमलों में 21 फलस्तीनियों की मौत हो गई, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। इस्राइल ने कहा कि वह इस छोटे से तटीय इलाके में अपनी सुरक्षा मौजूदगी को और बढ़ाएगा।
इस्राइली सेना ने गाजा में पिछले 48 घंटों में 90 से ज्यादा आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि गाजा पट्टी में उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से शनिवार को रॉकेट दागे गए थे। आईडीएफ ने कहा कि इनमें वह परिसर भी था, जहां हमास के आतंकियों ने हथियारों और विस्फोटकों का डिपो बना रखा था।
गाजा सिटी के अल-अहली अस्पताल पर सुबह-सुबह हमला हुआ। यह उत्तरी गाजा का अंतिम प्रमुख अस्पताल है, जो गंभीर परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा था। अस्पताल के निदेशक डॉक्टर फादेल नईम ने बताया कि आपातकालीन कक्ष, फार्मेसी और आसपास की इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। इससे सौ से अधिक मरीज और दर्जनों कर्मचारी प्रभावित हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक लड़की की मौत उस समय हुई, जब इस्राइली की चेतावनी के बाद कर्मचारी अस्पताल को खाली करवा रहे थे। लड़की का समय पर उपचार नहीं हो पाया। इस्राइल ने दावा किया कि उसने अस्पताल में हमास के एक कमान एवं नियंत्रण केंद्र को निशाना बनाया। हालांकि, उसने इस दावे का कोई सबूत नहीं दिया। हमास ने इन आरोपों को खारिज किया।
अल-अहली अस्पताल का संचालन यरूशलम के एपिस्कोपल डायोसिस द्वारा किया जाता है। उसने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला पाम संडे पर हुआ है। पाम संडे को ईसाई नववर्ष का सबसे पवित्र सप्ताह माना जाता है। पाम संडे यीशु के यरूशलम आगमन की याद दिलाता है। गाजा सिटी में ईसाईयों एक चर्च में इस पवित्र सप्ताह को मनाया, जिसकी दीवारें और सजावट अभी भी सलामत हैं, जबकि बाकी शहर मलबे में तब्दील हो चुका है।
एसोसिएटेड प्रेस के वीडियो में अस्पताल में छत धंसी हुई और उसके चारों ओर मलबा फैला हुआ दिखाया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक डॉक्टर मुनीर अल-बोर्श ने बताया कि मरीजों को स्ट्रेचर पर बहार लाया गया और उन्हें सड़कों पर ही लिटाया गया। घायल मोहम्मद अबू नासेर ने कहा, अस्पताल के अंदर या पूरे गाजा में अब कुछ भी सुरक्षित नहीं बचा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल अब अस्थायी रूप से भी काम नहीं कर रहा है और मरीजों को गाजा सिटी के अन्य अस्पतालों में भेजा गया है। ‘मेडिकल एड फॉर पेलेस्टीनियंस’ (फलस्तीनियों के लिए चिकित्सा मदद) नामक सहायता संगठन ने कहा कि यह युद्ध शुरू होने के बाद से अल-अहली पर पांचवां हमला है। अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत अस्पतालों को विशेष सुरक्षा प्राप्त होती है। लेकिन इस्राइल ने कई बार उनकी घेराबंदी की है और छापेमारी की है और कहा है कि हमास इनका इस्तेमाल छिपने के लिए करता है।
पिछले महीने, इस्राइल ने दक्षिणी गाजा के सबसे बड़े नासेर अस्पताल पर हमला किया था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और आग लग गई थी।
कार पर हमले में सात लोगों की मौत
वहीं, गाजा के मध्य शहर दीर-अल-बलाह में एक कार पर हुए हमले में सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें छह सगे भाई थे। सबसे छोटा भाई दस साल का था। अल-अक्सा शहीद अस्पताल ने यह जानकारी दी।
उनके पिता इब्राहीम अबू महदी ने बताया कि उनके बेटे एक चैरिटी संस्था में काम करते थे, जो फलस्तीनियों को खाना बांटती है। उन्होंने कहा, आखिर उन्होंने क्या गुनाह किया था, जो उन्हें मारा गया? एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों ने कार खून से सनी हुई और क्षत-विक्षत देकी। इस्राइली सेना ने दावा किया कि उन्होंन हमास की एक स्नाइपर टीम के उप-कमांडर को मारा है।
जबालिया और खान यूनिस में भी हमले
रविवार की दोपहर उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर में एक घर पर हुए हवाई हमले में सात लोगों की मौत हुई, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। एक गर्भवती महिला मलबे से जीवित बाहर निकाली गई, लेकिन बाद में उसे पता चला कि उसकी सबसे छोटी बेटी, पति और मां की मौत हो गई है। उसकी दो अन्य बेटियां (4 और 7 साल की) घायल हुई हैं। इंडोनेशियाई अस्पताल ने यह जानकारी दी।
पड़ोसी अब्दुल्ला दरदूना ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि कौन सी लाश किसकी है। यहां कोई लड़ाकू नहीं है, कोई हमास नहीं है, सिर्फ आम नागरिक हैं।’दीर अल-बलाह में एक नगर निगम की इमारत पर हमले में 3 लोगों की मौत हुई। खान यूनिस में एक और हमले में भी 3 लोग मारे गए।
मिस्र में चल रही संघर्ष विराम वार्ता
इस्राइल ने ये हमले ऐसे समय में किए हैं, जब हमास नेताओं ने मिस्र की राजधानी काहिरा में संघर्ष विराम के मुद्दे पर ताजा वार्ता शुरू की है। संघर्ष विराम की समाप्ति के बाद इस्राइल ने गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं। उसने गाजा में मानवीय सहायता व खाने-पीने की चीजों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है।