मुंबई: महाराष्ट्र के वन मंत्री गणेश नाइक ने सोमवार को वाशी में एक जनता दरबार के दौरान घोषणा की कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NMIA) का नाम दिवंगत नेता डीबी पाटिल के नाम पर रखा जाएगा।
जनता दरबार में पाटिल परिवार की मांग को स्वीकृति
जनता दरबार के दौरान डीबी पाटिल के बेटे अतुल पाटिल ने मंत्री गणेश नाइक से मुलाकात की और अपने पिता के नाम पर हवाई अड्डे का नामकरण करने का अनुरोध किया। इस पर नाइक ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि एक बार हवाई अड्डे का वाणिज्यिक संचालन शुरू होने के बाद इसे आधिकारिक रूप से “डीबी पाटिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” नाम दिया जाएगा।
परियोजना प्रभावितों के अन्य मुद्दों पर भी विचार
गणेश नाइक ने यह भी बताया कि हवाई अड्डे की परियोजना से प्रभावित लोगों की अन्य समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की जाएगी। इनमें निम्न आय वर्ग (LIG) और मध्यम वर्ग (MIG) के लिए स्थायी मालिकाना अधिकार देने तथा भूमि नियमतिकरण दरों को समान करने जैसी मांगें शामिल हैं।
हवाई अड्डे का निर्माण और उद्घाटन
फरवरी 2018: नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
2022: तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार ने इसका नाम “लोकनेते स्वर्गीय डीबी पाटिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” रखने का निर्णय लिया था।
अप्रैल 2025: अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग लिमिटेड (AAHL) के अनुसार, 17 अप्रैल 2025 को हवाई अड्डे का उद्घाटन होने की उम्मीद है।
मई 2025: इसके व्यावसायिक संचालन की शुरुआत मई के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है।
डीबी पाटिल कौन थे?
डीबी पाटिल एक प्रभावशाली किसान नेता और परियोजना प्रभावितों के हितों की रक्षा करने वाले प्रमुख नेता थे। उन्होंने नवी मुंबई के विकास के दौरान विस्थापित हुए लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था। इसीलिए, उनके नाम पर हवाई अड्डे का नाम रखने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
निष्कर्ष
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जो महाराष्ट्र के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक है, जल्द ही डीबी पाटिल के नाम से पहचाना जाएगा। यह फैसला परियोजना प्रभावित किसानों और स्थानीय निवासियों के सम्मान को दर्शाता है।