आज हमारा पड़ोसी हमारा दुश्मन भाई पाकिस्तान आज अपनी स्वतंत्रता की वर्षगांठ मना रहा है।हमारा देश पन्द्रह अगस्त को और पाकिस्तान एक दिन पहले चौदह अगस्त को आजादी का जश्न मनाता है।हमारा देश कल स्वाधीनता दिवस मनाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है।पाकिस्तान आज एक तरफ अपनी आजादी के रंग में डूबा हुआ है तो दूसरी तरफ खूनी जंग छिड़ी है।पाकिस्तान कहने के लिये आजादी का जश्न मना रहा है असली आजादी का जश्न तो इस्लामिक आतंकी संगठन से जुड़े लोग मना रहा है। पाकिस्तानी आजादी का पूरा लाभ दहशतगर्दों ने उठाया है और सरकार बनाने बिगाड़ने और लोकतांत्रिक आजादी को कंलकित करने में जुटे हैं। पाकिस्तान में आजादी वहां की आवाम को नहीं मिली है बल्कि आजादी तो वहां के कट्टरपंथी मुल्ला मोलवियों एवं आतंकी नर्सरी डालकर देश विदेश में निर्यात करने वालों को मिली है। पाकिस्तान आजादी की खुशियां भले ही मना रहा हो लेकिन उसे पूर्ण आजादी आज तक भी नहीं मिली है और न आगे मिलने की उम्मीद है।वह शुरू से ही कभी अमेरिका कभी चीन आदि का गुलाम रहा है और भीख माँगता फिरता रहा है।आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी पाकिस्तान अबतक अपने पैरों के बल पर खड़ा नहीं हो सका है।आजादी के नाम पर वहां पर दहशतगर्दी फैलायी जा रही है और रोजाना आत्मघाती एवं फियादीन हमलों में बेगुनाहों का खून बहाया जा रहा है। आजादी के नाम पर स्थिति यह पैदा हो गई है कि लोगों का खुलकर रहना जीना दुश्वार हो गया है और आतंंकियों का खून तांडव जारी है।आजादी का अंदाजा अभी चुनाव के दौरान पाकिस्तान के भावी कर्णधार पूर्व क्रिकेटर इमरान खान द्वारा बैलेट पर मुहर लगाने की गलती के लिये दो दिन पहले चुनाव आयोग से क्षमा माँगने से लगाया जा सकता है।
– वरिष्ठ पत्रकार/समाजसेवी